अगर आप अध्यात्म से जुड़ना चाहते हैं और अपने सांसारिक समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो बागेश्वर धाम की यात्रा कर सकते हैं। वहां जाकर बालाजी महाराज से अर्जी लगाने पर हनुमान जी की कृपा से आपकी सारी दुख परेशानियां दूर हो जाती हैं।
बागेश्वर धाम में स्वयंभू हनुमान जी यानी कि बालाजी महाराज का दिव्य मंदिर हैं, जहां लाखों लोग अपनी अर्जियां लगाने जाते हैं और अपनी समस्याओं तथा दुखों से निजात पाते हैं। पण्डित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी इसी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं, जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों बागेश्वर धाम सरकार के साथ-साथ बागेश्वर धाम भी पूरे भारत में विख्यात हो गया है।
इस धाम की महिमा ही ऐसी है कि आज हर कोई यहां जाकर बालाजी महाराज के दर्शन करना चाहता है और अपनी अर्जी लगाना चाहता है। कहा जाता है कि बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज अपने भक्तों की अर्जियां बागेश्वर धाम सरकार यानी कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के माध्यम से सुनते हैं और उनके ही माध्यम से अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान भी करवाते हैं।
अगर आप अध्यात्म से जुड़ना चाहते हैं और अपने सांसारिक समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो बागेश्वर धाम की यात्रा कर सकते हैं। वहां जाकर बालाजी महाराज से अर्जी लगाने पर हनुमान जी की कृपा से आपकी सारी दुख परेशानियां दूर हो जाती हैं।
बागेश्वर धाम में स्वयंभू हनुमान जी यानी कि बालाजी महाराज का दिव्य मंदिर हैं, जहां लाखों लोग अपनी अर्जियां लगाने जाते हैं और अपनी समस्याओं तथा दुखों से निजात पाते हैं। पण्डित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी इसी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं, जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों बागेश्वर धाम सरकार के साथ-साथ बागेश्वर धाम भी पूरे भारत में विख्यात हो गया है।
इस धाम की महिमा ही ऐसी है कि आज हर कोई यहां जाकर बालाजी महाराज के दर्शन करना चाहता है और अपनी अर्जी लगाना चाहता है। कहा जाता है कि बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज अपने भक्तों की अर्जियां बागेश्वर धाम सरकार यानी कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के माध्यम से सुनते हैं और उनके ही माध्यम से अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान भी करवाते हैं।
अगर आप भी बागेश्वर धाम के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं या फिर वहां जाकर बालाजी महाराज से अर्जी लगाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद काम का है। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको बागेश्वर धाम कहां है? बागेश्वर धाम कैसे जाएं? बागेश्वर धाम से जुड़ी हुई संपूर्ण जानकारियां आपको देने वाले हैं।
कैसे मिलेगा बागेश्वर धाम का टोकन?
बागेश्वर धाम में अक्सर समय-समय पर टोकन का वितरण किया जाता है। ऐसे में टोकन लेने के लिए आपको बागेश्वर धाम समिति के संपर्क में जाना होगा। टोकन के लिए बागेश्वर धाम में एक तिथि निर्धारित की जाती है और भक्तों को इसकी सूचना दी जाती है। टोकन जमा करने के लिए मंदिर परिसर में एक टोकन पेटी रखी होती है जिसमें लोगों को अपना नाम, पिता का नाम पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखकर डालना होता है।
टोकन जमा करने के बाद जिन लोगों को अर्जी लगाने के लिए चुना जाता है उनसे बागेश्वर धाम समिति संपर्क करती है और उन्हें टोकन दे दिया जाता है। टोकन के साथ लोगों को अर्जी लगाने के लिए तारीख दी जाती है इस मौके पर वह बागेश्वर धाम दरबार में अपनी अर्जी लगाने के लिए हाजिर हो सकते हैं।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाएं?
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद लाखों लोगों को उनकी समस्याओं से निदान मिल चुका है। अगर आप भी बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना चाहते हैं तो यह बिल्कुल आसान है।अर्जी लगाने के लिए आपको एक नारियल साथ ले आना पड़ता है। लाल पीले और काले रंग के कपड़े लपेटकर यह नारियल मंदिर परिसर में रखने होते हैं। हालांकि कपड़े का रंग इस बात से निर्धारित होता है कि आप किस चीज की अर्जी लगाना चाहते हैं।
अगर आप किसी सामान्य समस्या की अर्जी लगाना चाहते हैं तो लाल कपड़े में नारियल लपेटकर मंदिर परिसर में रख सकते हैं, लेकिन यदि आपकी समस्या शादी विवाह से जुड़ी हुई है तो आपको पीले कपड़ों में लपेटकर नारियल रखना पड़ता है। और आखिर में अगर आप प्रेत बाधा की समस्या का समाधान चाहते हैं तो अर्जी लगाने के लिए काले कपड़े में नारियल लपेटकर मंदिर परिसर में रख दें।
आपको वहां भी अर्जी लगाने के लिए बिल्कुल यही प्रक्रिया अपनानी होती है। अगर आप बागेश्वर धाम या अपने घर पर ही पूजा स्थल पर सच्चे मन से बालाजी महाराज को याद करके अर्जी लगाते हैं तो आपकी अर्जी जरूर स्वीकार होती है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार अर्जी लगाने के लिए कुछ बातें लोगों को ध्यान में रखनी चाहिए। अगर आप इन बातों को ध्यान में नहीं रखते तो आपकी अर्जी स्वीकार नहीं होती।
अर्जी डालने पर ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें–
- अर्जी डालने के दौरान आपको मांस मदिरा लहसुन प्याज और गृहस्थ जीवन से परहेज करना होता है।
- अर्जी स्वीकार होने के लिए आवश्यक है कि आप अर्जी डालने के बाद लगातार चार दिनों तक ब्रम्हचर्य का पालन करें।
- अर्जी मंजूर होने पर आपको अर्जी लगाने के लिए इस्तेमाल किए गए नारियल और कपड़े को बागेश्वर धाम लेकर जाना होता है।
- अर्जी मंजूर होने के बाद आपको कम से कम 5 बार मंगलवार को बालाजी महाराज के दरबार में पेशी लगानी पड़ती है हालांकि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी भी इस बारे में बताते हैं। इस दौरान आपको उपरोक्त बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
कैसे पता चलता है कि अर्जी लगी या नहीं?
कहा जाता है कि बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज के दरबार में अर्जी स्वीकार होने के बाद अर्जी लगाने वाले व्यक्ति या उसके परिवार के किसी सदस्य को सपनों में बालाजी महाराज बंदर के स्वरूप में दर्शन देते हैं। इससे पता चलता है कि आपकी अर्जी स्वीकार हो गई है।
कई बार हो सकता है कि आप की अर्जी एक बार में स्वीकार ना हो इसीलिए निराश होने की बजाय मंगलवार के दिन आप अर्जी लगाने की विधि को फिर से दोहरा सकते हैं। अगर आप सच्चे मन से बालाजी महाराज की आराधना करते हैं तो आप की अर्जी जरूर स्वीकार हो जाएगी।
बागेश्वर धाम कैसे जाएं?
बागेश्वर धाम इस समय संपूर्ण भारत के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। प्रभु श्री राम के भक्त और बालाजी महाराज हनुमान जी को समर्पित बागेश्वर धाम अपनी स्वयंभू महिमा के लिए जाना जाता है। अगर आप भी बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं और बालाजी महाराज के दर्शन कर उनके दरबार में अर्जी लगाना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित तरीकों से बागेश्वर धाम जा सकते हैं।
अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करके बागेश्वर धाम पहुंचना चाहते हैं तो मध्यप्रदेश के खजुराहो एयरपोर्ट पर पहुंच सकते हैं जो बागेश्वर धाम का नजदीकी एयरपोर्ट है। खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आपको वहां से छतरपुर जाने के लिए टैक्सी और बस की सुविधा मिल जाएगी। छतरपुर पहुंचने के बाद वहां से बागेश्वर धाम जाने के लिए कई सारे साधन उपलब्ध रहते हैं जिनके जरिए आप आसानी से आप बागेश्वर धाम तक पहुंच सकते हैं।
अगर आप ट्रेन से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो छतरपुर, एमपी के लिए ट्रेन ले सकते हैं। वहां उतरने के बाद आपको टैक्सी के ज़रिए 35 किलोमीटर के लगभग खुजराहों पन्ना मार्ग पर जाना होगा। गंज नाम की जगह पर पहुंचने के बाद 3 किलोमीटर दूरी पर गड़ा गांव स्थित है जहां बागेश्वर धाम का दिव्य मंदिर और दरबार लगता है।
सड़क मार्ग से बस प्राइवेट कार अथवा मोटरसाइकिल से यात्रा करके बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको छतरपुर जिले में पहुंचना होगा। छतरपुर पहुंचने के बाद आप गूगल मैप के जरिए गंज क्षेत्र के गड़ा गांव में पहुंच सकते हैं जहां बागेश्वर धाम स्थित है।
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