कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है Kirtan Ki Hai Raat Baba Aaj Thane Aano Hai Bhajan Lyrics कीर्तन की है रात, बाबा आज थाने आणो है, थाने कोल निभानो है, कीर्तन की है रात।। दरबार साँवरिया, ऐसो सज्यो प्यारो, दयालु आपको, सेवा में साँवरिया, सगला खड़ा डीके, हुकुम बस आपको, सेवा में थारी-2 , म्हाने आज बिछ जाणो है, थाने कोल निभानो है, कीर्तन की है रात।। कीर्तन की है तैयारी, कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यूँ देर करो, वादों थारो दाता, कीर्तन में आणे को, घणी क्यूँ देर करो, भजना सू थाणे-2 , ओ बाबा आज रिझाणो है, थाने कोल निभानो है, कीर्तन की है रात।। जो कुछ बण्यो म्हासु, अर्पण प्रभु सारो, प्रभु स्वीकार करो, नादान सू गलती, होती ही आई है, प्रभु मत ध्यान धरो, “नंदू” साँवरिया,-2 थारो दास पुराणो है, थाने कोल निभानो है, कीर्तन की है रात।। कीर्तन की है रात, बाबा आज थाने आणो है, थाने कोल निभानो है, कीर्तन की है रात।। बाबा का दरबार सुहाना लगता है, बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है || बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है || हमने तो बड़े प्
भागवत कथा सुनने से होता है मन का शुद्धिकरण कथा की सार्थकता तब ही सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन व व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हैं। अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन, कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है। यह बात शिवालय मंदिर गांधी बाजार में चल रही संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा में गुरुवार को पं.नंदकिशोर देवलिया ने कथा का वाचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट हो जाते हैं। जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं, कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जाग्रत हो जाता है। कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्